बाइबल विश्व के प्राचीन और महानतम ग्रंथों में से है, जिसका लोगों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। बाइबल की कहानियाँ पढ़कर पता चलता है कि चाहे उज्जवल आदर्शों की लीक पर चलने वाले दाउद और सुलेमान जैसे राजा हों या फिर मूसा और एलिय्याह सरीखे नबी और पैगंबर, सबने अच्छाइयों को ग्रहण करने और बुरे कामों से बचने की सीख दी। फिर यीशु और उनके शिष्यों यूहन्ना, पतरस आदि के त्याग और बलिदान की गाथाएं तो ऐसी हैं कि कितनी ही बार पढ़ो, जी नही भरता।और यीशु! वे तो स्वयं में ही एक महागाथा हैं, जिनका नाम लेते ही खुद-ब-खुद माथा झुक जाता है। बाइबल की कथाओं में यह पढ़कर कि यीशु लोगों से कितना प्रेम करते थे, दुखी और असहायों की मदद के लिए कितने तत्पर रहते थे और दूसरों को कष्ट और दुख-दर्द से बचाने के लिए उन्होंने खुद कितने कष्ट और यातनाएं झेली, हम एक साथ चकित और रोमांचित हो उठते हैं।जाने-माने बाल साहित्यकार प्रकाश मनु ने इस पुस्तक में यीशु के उपदेश और शिक्षाओं को छोटी-छोटी सुंदर कहानियों के रूप में, बहुत सरस और रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है, ताकि बच्चे इनकी अनमोल शिक्षाओं को ग्रहण कर सकें। बेशक बाइबल की ये ऐसी कहानियाँ हैं, जिन्हें बच्चों के साथ-साथ बड़े भी पढ़ें, तो इनसे ब